Thursday, August 30, 2007

Mast Shayri

देते है क्यों ये दर्द बस हमी को ..

क्या समझेगा वो इन आंखो की नमी को..

लाखो दीवाने हो जिस चाँद के..

वो क्या महसूस करेगा एक तारे की कमी को....

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